प्यार भरी शायरी Romantic Love Shayari
Romantic Shayari: तू मुझमें पहले भी था ,
तू मुझमें अब भी है।
पहले मेरे लफ्जों में था
अब मेरी खामोशियों में है।💓
जिसकी रुह मे बस गया हो कोई….!
उनसे नजदीकियो के मायने न पूछिये….!
जाने क्यूँ चढता
मुझपे,हर दिन तेरा खुमार है,
बेतुका,
बेवजह,
बेहिसाब है,
इश्क तुमसे बेशुमार है। Romantic Shayari
कोशिश ये नहीं,,,,
कि मैं संभल जाऊं,,,,
ख्वाहिश ये है,,,,
कि तुम भी बहक जाओ,,,,
तुम महसूस ही ना करो यह अलग बात है
हवा बन के तेरे पास से ही गुजरते हैं हम
जीने के लिए नहीं चाहा है तुम्हें…,
तुम्हें चाहने के लिए जीते हैं अब हम!
हिसाब भरी ज़िन्दगी को…बेहिसाब जिया जाए….
महीना मोहब्बत का है….थोड़ा सा तो इश्क़ किया जाए…
बहुत नजदीक है वो दायरे में,
मगर एक फासला चारो तरफ है!
नज़्म लिखना, ग़ज़ल लिखना,
उनकी मोहब्बत में शेर लिखना.. कितना हसीन लगता है यारों,
तसव्वुर में उनको बेहिसाब लिखना….!!!! Romantic Shayari
हर एक पन्ने पर लिखी है मेरी मोहब्बत की दास्तान
तुम्हारी उम्र बीत जाऐगी पढते पढते ।।
मोहब्बत ओर हवस की तमीज़ नही है
और शहर भरा हुआ है हीर – रांझो से।
मोहब्बत में हर चीज कूबूल है यारा …
पर
तेरी चाहतों का बँटवारा नहीं l
सुनो ..
कि ये जमाना हँसता है तुम बिन,
मेरी तनहाईयों पर आजकल
लौट आओ .. ..
और कह दो इन्हे;
कि मैंने सदियाँ गुजार दी हैं
तुम्हे चाहते हुये… ❤️
जान आपकी.. हम आपके.. दिल आपका…
आप लेंगे तो क्या लेंगे, हम देंगे तो क्या देंगे….
जाने वो कैसे..
मुकद्दर की किताब
लिख देता है..,
साँसे गिनती की..
और ख्वाइशें…….
बेहिसाब लिख देता है.. Romantic Shayari
सहा जाता नहीं हमसे किसी और का ताल्लुक भी हो तुमसे,
दिल चाहता है हवा से भी कह दूँ कि
तुझसे हट के गुजरे !
मेरी चाहत का दायरा;
बस इतना ही रहा,,,,
तुमसे जब भी मांगा,,,,
तुमको ही मांगा…!!
आँखों के उन खुश रंग ख्वाबों से मोहब्बत है,
मुझे दिल के फसानों की किताबों से मोहब्बत है।
कभी रखकर किताबों में जो तुमको दे नही पाया,
मुझे अब तक उन्ही सूखे गुलाबों से मोहब्बत है।
सारी बातें जमा हो गयी है करने को तुमसे, मेरे लिए तुम एक दिन इतवार हो जाओ ना..!!
बस्… ईतनी सी ख्वाहिश है…!!
आपके पास तो हुजूम है चाहतों का..
हमारे क्या है, हमारे पास तो सिर्फ़ तुम हो..
महसूस हो रहे हो,,,,
मेरी हर सांस में तुम,,,, Romantic Shayari
यूँ तो लिखने के लिए क्या नहीं लिखा मैंने….
फिर भी जितना तुझे चाहा, कभी नहीं लिखा मैंने….
ये मोहब्बत का हफ़्ता है
या
हफ़्ते भर की मोहब्बत है ??
मेरी कश्मकश , मेरी ज़िंदगी का हिस्सा बने रहो
जो मैं किसी से न कह सकूँ वही किस्सा बने रहो l
निगाह हर तरफ़ ढूँढने लगी है…
तुम कहाँ छुप गये हो धड़कन पूछने लगी है.
नशा चढ़ता है हम पर,,,,तुझे सोचने भर से,
मुलाकात का आलम,,,खुदा खैर करे –!!
🌹💕🙂
एक फूल देना मोहब्बत नही है…🌹
जनाब…!!!
ज़िन्दगी भर फूलो की तरह रखना मोहब्बत है.🌹
जिसने खुद मेहका रखी हो जिंदगी मेरी,
अब उस गुलाब को भी क्या गुलाब दूं?
कुछ जज्बात हमारे दरमियाँ रहने दो अनकहे… कि जायका तड़प का, इश्क़ मैं होना जरूरी है।
आईने में ज़ुल्फ़ों को सँवरते ना रहिये ये सब,
हम कर देंगे आप मोहब्बत करते रहिये..😍 Romantic Shayari
खुदा ने यूँही नही लिखा तुझे मेरी किस्मत में,,,,,,
वो भी जानता है मैं तुझे कितना प्यार करता हूँ,,,,,,,
वजहतुमहो मेरे मुस्कुराने की
वजहतुमहो मेरे गुनगुनाने की जब आते हो तुम मेरे ख्यालों में
हसांते हो हमको अपने सवालों से वजह तुम हो मेरे शर्माने की
वजह तुम हो मेरे रूठ जाने की
उसने देखा ही नहीं अपनी हथेली को कभी,
उसमें हल्की सी लकीर मेरी भी थी….!!!
💞💞अब कोई ख़्वाब नया उतरता ही नहीं दिल में…
बहुत ही सख़्त है पहरा तुम्हारी चाहत का …!!!💞
कुछ यु हुईं नज़रें इनायत उनकी,,,
आशिक बनना था शायर बन बैठे,,,
साथ लिखा ना था नसीब में मौला ने,,
हम अपनी हर आयत मे उनको लिख बैठे,,,,,
तुम्हारे संग का अहसास ऐसा है..
मानो सर्दी के मौसम की गुनगुनी धूप….❤️❤️
तेरी चाहतों का ही ये असर है कि
लाख नाराज़गी हो जाए हाथ मगर छूटता नहीं
कुछ है तुझमे जो मुझे जकड़ा हुआ है
इतनी दूरी के बाद भी दूर लगती नहीं तुझसा करीब न हुआ न होगा कोई
तू इस कदर मुझमे मेरा बना बैठा है सवाल जवाब से परे है रिश्ता अपना
कौन कहता है कि जताने से ही टिकते हैं रिश्ते l
कोई मुझे बातों में उलझाओ यारों,
कोई बे हिसाब याद आ रहा है…!
ये बेचैनी ..
ये तड़प ..
कैसे छुपाऊँ.. ??
के तुझ बिन ये दिल
कहीं लगता भी तो नहीं .. !! Romantic Shayari
मैं फकीर ही बन जाऊँ तेरी खातिर…
कोई डाले तो सही तूझे मेरी झोली में..
रूबरू मिलने का मौका मिलता नहीं है रोज,
इसलिए लफ्ज़ों से तुमको छू लिया मैंने।
💞कहां से लाऊं पक्के सबूत,,,,
की तुम्हें कितना चाहते हैं,,,,
दिल,,, दिमाग,,,नजर,,,,
सब तो तेरी कैद में है,,,,, 💞💞
सिर्फ मेरे चाहने से मोहब्बत कहाँ पूरी होगी ??
मेरी ख़ातिर थोड़ा ही सही,
बेचैन तो तुझे भी होना पड़ेगा
मत पूछ कितनी सी है अहमियत तेरी,,
मेरे बनारस से मन में है गंगा सी कीमत तेरी❤️
वो भी आख़िर तेरी तारीफ़ में ही ख़र्च हुआ….
मैंने जो वक़्त निकाला था शिकायत के लिये..!!
मेरे दिल की गहराई में जब डूब जाओगी तुम…..
मेरा प्यार पाकर के दुनिया को भूल जाओगी तुम l
गुज़र रही है जिंदगी,
बड़े ही नाजुक दौर से….!!
मिलती नहीं तसल्ली,
तुम्हारे सिवा किसी और से…!!
हमेशा मैं ही क्यूँ डरूँ तुमको खोने से, कभी तो यूँ भी हो …
के…
तुमको भी डर लगे, मेरे ना होने से …।
मुक्कमल का तो पता नही,
अधूरा_इश्क बड़ा खूबसूरत होता है l
दुर रहकर भी तुम्हारी खबर रखते है ….💞💞
हम पास तुम्हे कुछ इस कदर रखते है …💞💞
कोशिश ये नही कि,,….मै सम्भल जाऊँ
ख्वाहिश ये है ,,….कभी तुम भी बहक जाओ l
इश्क़ का रंग और भी गुलजार हो जाता है••••
जब दो शायरों को एक_दूसरे से प्यार हो जाता है••••💕
K❤️Q
वजह नही चाहिए ¶¶
तुझे सोचने की ¶¶❣️
तुम वो ख्याल हो जो¶¶
मुझमे से कभी जाता ही नही.!¶¶❣️
प्यास अगर मेरी…बुझा दे तो मैं मानूं…वरना
तू समंदर है…तो होगा…मेरे किस काम का..
दरबार-ए-इश्क़ से ख़ैरात जो मिली मुझको….
मेरे नसीब में उनका इंतज़ार आया….
नजर से दूर रहकर भी किसी की सोच में रहना ।
किसी के पास रहने का तरीका हो तो ऐसा हो ।।
तसव्वुर-ए-ज़िदगी इतनी आसाँ कहाँ,
तुझमें मैं इस कदर हूँ.. मुझमें मैं कहाँ….
मै तेरी शायरी हूँ तू मेरा अल्फाज़..!!
तेरे इश्क़ की स्याही से लिख दूँ अपने सारे जज्बात….!!!!😍😍
खुशी तेरे इश्क़ की यूँ भी बयाँ हो गयी..!!
जब भी तेरा नाम लिया मीठी जुबान हो गयी….!!!!
अपने एहसास से छू कर मुझे संदल कर दो,
कि मैं सदियों से अधूरा हूँ मुकम्मल कर दो ..
न तुम्हें होश रहे और न मुझे होश रहे,
इस क़दर टूट के चाहो मुझे पागल कर दो..
तुम अपनी हथेली को मेरे प्यार की मेहंदी से रंगो,
अपनी आँखों में मेरे नाम का काजल कर दो..
दिल की हसरत मेरी ज़ुबान पे आने लगी;
तुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगी;
ये इश्क़ के इन्तहा थी या दीवानगी मेरी;
हर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी।
नहीं था, 💕
हाथ की लकीरों में
मिलना हमारा तुम्हारा
पर जो हाथ थाम कर चले थे वो स्पर्श
जीवन संगीत बन गया..!!
💞💜💞
तुझको पाने की तमन्ना में गुजारी होती,एक जान और भी होती तो तुम्हारी होती।।
💞कोशिश तो की थी…
दिल को दायरे में रखने की💞
💞मगर ये तो इश्क़ है….
जनाब हदें कहाँ जानता है💞 Romantic Shayari
ख्वाहिश है कि पहुँचूँ इश्क के उस मुकाम पर,
जहाँ सामना तेरा.. मेरी दीवानगी से हो..!!!
जिन्दगी की बस इतनी है दुआ.., जब भी आँखें खोलूँ मौजूद हो तू हर जगह!!!💕
बहुत सारी बातें जमा हो गयी हैं करने को तुमसे,
मेरे लिए तुम एक दिन इतवार हो जाओ ना..!!
बेवजह ना समझ …….मेरी मौजूदगी अपनी जिंदगी में..!
तुम्हारे पिछले जन्म की….. अधूरी मोहब्बत हूँ मैं..!!
शाम इस दहलीज पे अकेले कब आती है,
तेरी यादें दबे पांव साथ चली आती हैं…!!
सर्द मौसम में, गर्म लिबास की तरह…
ये ख़्वाहिश है मेरी, क्या ओढ़ लूँ तुझे…!! Romantic Shayari