Hindi Shayari, Heart Touching Love Shayari In Hindi

Hindi Shayari: सुकून और इश्क वो भी दोनो एक साथ..
रहने दो अब कोई अक्ल वाली बात करो..!

ये ठंडी हवाएं. बनारस की शाम,
वो अस्सी की चाय, घाट ,औऱ जान तुम हो मेरे साथ,😍

तुम्हें दिल में रखा था,
जरा सा दिल ही रख लेते।

छुपाते हैं लोग इश्क़ को बदनामी,
की तरह……!!
वो इश्क़ ही क्या जो धुंधरू बांध,
नाच न सके मीरा की तरह….!!

मैं तेरी सोच में भी नहीं,
तू मुझे लफ्ज़ लफ्ज़ याद है।।

सुकून और इश्क वो भी दोनो एक साथ..
रहने दो अब कोई अक्ल वाली बात करो..!

कल नाम था तेरा…किसी औऱ की जुबा पर… बात तो ज़रा सी थी पर दिल ने बुरा मान लिया…!!

पूरा दिन गुजर गया और तुमने याद तक ना किया मुझे नहीं पता था की इश्क़ में भी इतवार होता है…..😏😏Hindi Shayari

बिन तेरे ये इतवार भी बेरहम हो जाता है…
गुजर तो जाता है मगर गुजारा नहीं जाता…!!!

तू बन जा गली मेरे दिल की
मै मेरे अंत तलक भटकू तुझमे
ख्वाहिश..Hindi Shayari

हद से बढ़ जाये ताल्लुक तो ग़म मिलते है…
इसी वास्ते अब हम हर शख्स से कम मिलते है..!!

खुदा का शुक्र है की ख्वाब बना दिये,
वरना तुम्हे देखने की तो हसरत ही रह जाती…!!

चाहते थे बेशुमार…पर मिलने का वादा ना था….
प्यार तो उसे भी था…पर हमसे ज्यादा ना था…….!!

समझदारी तो मुझमे कभी आएगी नहीं,जो बाँट सको मेरी नादानियां तो साथ चलो😍😍😍😍

कभी-कभी लगता है मैं भी इश्क़ में डूब मरुँ, मगर क्या करूँ साहब चाय का कोई समुंदर नहीं होता…!!

मोहब्बत के बाद मोहब्बत मुमकिन तो है साहब,लेकिन किसी को टूट कर चाहना एक ही बार हो सकता हैं…..!!

हम नादां थे जो उन्हें हमसफ़र समझ बैठे,
वो चलते थे मेरे साथ पर किसी और की तलाश में…!!

ना जख्म भरे…
ना शराब सहारा हुए…
ना वो बापस लौटे…
ना मोहब्बत दोबारा हुए…!!

काश कोई इस तरह भी बाक़िफ़ हो मेरी ज़िन्दगी से….
मैं बारिश में भी रोऊ और वो मेरे आंसू पढ़ ले…!!!

शहर के शहर बंद,
हर गली में नाकाबंदी है….
तुम पता नहीं किस रस्ते,
चले आते हो ख़्यालों में..??💞

खूबसूरत सी ज़िन्दगी की किताब मैं।
एक पन्ना खाली ही है तेरे जबाब मैं।😍

क्यों बनू किसी और जैसा…..
जब जमाने में कोई मुझ सा नहीं है….Hindi Shayari

तेरा नज़रे मिलना हुनर था मेरा नज़रे मिलना इश्क
मेरा शाम हो जाना हुनर था तेरा रात हो जाना इश्क

मैं तुमको भूल तो जाऊं मगर एक छोटी सी उलझन है,
सुना है दिल से धड़कन की जुदाई मौत होती है।।।

कुछ ज़ख्मो की कोई उम्र नही होती …
ताउम्र साथ चलते हैं जिस्म के खाक होने तक..!!

मैं ‘गलती’ करूँ तब भी मुझे
‘सीने’ से लगा ले….
कोई’ ऐसा चाहिये, जो मेरा हर
‘नखरा’ उठा ले….!!!Hindi Shayari

बेवजह परवाह मत किया करो इस जमाने की…
किसी को इतना भी मत चाहो की लत लग जाये मयख़ाने की…!!

वो मेरे हाल से अंजान है उसके दर पर सदा दे कोई ….
ये लोग बहुत मोहब्बत मोहब्बत कर रहे हैं इनका गला दबा दे कोई…!!

मोहब्बत ओर मेरी कभी बनी नही साहब….
वो गुलामी चाहती थी और हम बचपन से आज़ाद…!!

दो ही गबाह थे मेरी मोहब्बत के….
वक्त औऱ वो
एक गुजर गया दूसरा मुकर गया …!!

न जाने किस मिज़ाज का परिन्दा है यह दिल…
सीने मैं तो रहता है मगर वश में नहीं…!!

न जाने कितनी ही बारी काम ये हम कर जाते हैं
तुमसे ही जिंदा होते हैं, तुम पर ही मर जाते हैं..!!!

फिजायें खुद बिखेरेंगी
महक मेरे दास्तां की,..
हवा में गुम हो जाये
वो खुशबू नही हूँ मैं…..!! Hindi Shayari

उसके इश्क़ को कुछ इस तरह
निभाते हैं हम,,,
वो नहीं है तक़दीर में फिर भी
उसे बेपनाह चाहते हैं हम,,😍

झुठ बोलकर तो मैं भी दरिया पार कर जाता,
मगर डूबो दिया मुझे सच बोलने की आदत ने…….!!!

तेरे जाने से सिर्फ इतना फर्क पड़ा पहले चहरे पर हँसी आती थी अब लानी पड़ती हैं…!!

फिर कोई ख़्वाब आँखों मे बुन ना सकोगें… हम जो सह रहे हैं आप वो सुन ना सकोगें…..!!

मैं क्या हु अगर ये बता दू तुझको तो.. हकीकत में मुझसे दूर हो जाओगे तुम…!!

बर्बाद होने के बहुत से तरीके थे,
लेकिन मैंने सिर्फ उसको चाहा !!

Tum Kya Ho Mere Liye
Yeh Bata Nahi Sakte Mere
Likhe Alfasz In Kagaz Ke Tukdo Per
Padh Sako To Padh Lena
Meri Aankho Ki Kitaab Per

Meri Har Dhdkan Pukarti Hai
Sirf Tumahra Hi Naam
Sun Sako To Sun Lena
Mere Dil Ki Betaab
Dhadkano Ko Hindi Shayari

Tere Paas Aane Se
Mehak Uthti Hai
Meri Khoyi Hui Arzoo
Mehsoos Kar Sako
To Kar Lena
Meri Saanso Ki Kushboo Mein..

बर्बाद होने के बहुत से तरीके थे,
लेकिन मैंने सिर्फ उसको चाहा !!

नजर बनकर इस कदर मुझको लग जाओ ,,,
कोई पीर की फूंक न पूजा न मन्तर काम आये ,,,,

बुरा नही हूँ मैं साहब……बस अब हर किसी को समझ नही आती मैं..!!!

िताब मेरी, पन्ने मेरे, और सोच भी मेरी
फिर मैने जो लिखे वो खयाल क्यो तेरे…..

जरूरी नहीं की हर बात पर तुम मेरा कहा मानों,
दहलीज पर रख दी है चाहत, आगे तुम जानो..!!

मोहब्बत सरेआम नहीं… बस ,एहसास होना चाहिए.,
हम उन्हें चाहते हैं.. यह पता सिर्फ उन्हें होना चाहिए..।!

तनी चाहत है उतने नाराज़ भी है हम …. क्यो तेरे इंतज़ार में यहाँ आज भी है हम…!!

दिल को बहुत चुभ रहा है तेरा यूं चले जाना….
बता इंतजार करूं या भूल जाऊं…..!! Hindi Shayari

बेबस बना रखा है किसी की यादों ने इस कदर
नींद तो आ रही है कम्बख्त ये दिल सोने नही देता….!!

डरता हूं तुमसे कहने से तुमसे मोहब्बत हो रही है,
मेरी जिंदगी बदल देगा तेरा इनकार नहीं और इकरार भी।।

मेरी सादगी पसंद आये तो बात आगे बढ़ा लेना….
तुझे रिझाने की चालाकियां नहीं आतीं मुझे….!!!

माना कि कभी दिल की बात ना बताओगे,
पर आँखों में जो है वो कैसे छुपाओगे,
वादा रहा ये हमारा तुमसे,
जब भी दिल में झाकोगे हमारी तस्वीर पाओंगे.

वो ढूंढ़ रहे थे मुझे भूल जाने के तरीके,
मैंने खफा होके उनकी मुश्किल आसान करदी।।

मिलने आओ तो कभी बताऊ तुम्हें,…
इश्क़ कितना है जताऊं तुम्हें…अगर करो मुझसे वादा मरमह बनने का…ज़ख्म सब अपने दिल के दिखाऊ तुम्हें…!! Hindi Shayari

तेरे दिल मे मुझे ऐसी उम्र कैद मिल जाये ….थक जाए सारे वकील मुझे जमानत ना मिले….!!

ये जो तुम मेरी शायरियों के जवाब नहीं देते..!!
ये नफरत की निशानी है या प्यार हो जाने का डर…!!!

मेरे मुकद्दर में तो तेरी यादे है लेकिन….
तू जिसका मुकद्दर है जिन्दगी उसे मुबारक़…!!

मेरी ज़िंदगी की हक़ीक़त बस इतनी ही है…. अब वो मेरा नही ओर मैं किसी ओर की नही….

न जाने किस मिज़ाज का परिन्दा है यह दिल…
सीने मैं तो रहता है ….मगर वश में नहीं…!!

मेरा होकर भी…मेरा न हो सका…
ऐ दिल… तुझ पर भी…हुकूमत उसी की है..

मेरे मुकद्दर में तो तेरी यादे है लेकिन….
तू जिसका मुकद्दर है जिन्दगी उसे मुबारक़….!!

अंजाम की खरब तो मीरा को भी लेकिन बात सिर्फ मोहब्बत निभाने की थी…!!

तुम्हे खैरात में मिल जायें हम वो नहीं !!
आरज़ू तभी पूरी होगी जब शिद्दत से चाहोगे …!!

हुजूम यूँ ही नहीं ‘उमड़ पड़ता तेरी “हवेली के बाहर,
सबको पता है यहाँ किसी शायर की गज़ल रहती है l

तुझे अच्छे लगते हैं जो …
मुझे जहर लगते हैं वो…!!😏Hindi Shayari

िस कदर अजीब है ये सिलसिला-ए-इश्क़,
मोहब्बत तो कायम रहती है पर इन्सान टूट जाते है।

थोड़ी ज्यादा हिफाजत करना
ए मेरे मालिक उस की ..
कि आखिर उस जान में,
मेरी भी जान बसती है …

खुद तलाशना क़ातिल अपना.और फिर क़त्ल होना…
इसी फनकारी को..बदकिस्मती से इश्क़ कहते है…!!

चाय सा इश्क़ किया है तुमसे,
सुबह शाम ना मिलो तो सर दर्द रहता हैl

इश्क़ में जिसने भी दिल पे चोट खाई है,
वह समझ सकता है शायरी एक दवाई हैl

मोहब्बत कब हो
जाए किसे पता….!,
हादसे पूछ के नहीं
हुआ करते…..😊❤️ !! Hindi Shayari

सुनो
तुम ढूढ़ते हो ख़ामियां , हां हजार हैं मुझमे
इश्क़ और बफा भी , कमाल है मुझमें ..

मुझे इस बात का अफ़सोस ज़िन्दगी भर रहेगा…मैंने तुमसे तुम्हारी बजहा से बात करना छोड़ा दिया…!! Hindi Shayari

ाउम्र जलते रहे हैं धीमी आंच पर…
तब जाकर ये चाय और इश्क़ मशहूर हुए है…!!

दोस्ती के दाबे मुझे नहीं आते यारों….
एक जान है… जब दिल चाहें माँग लो…!!

जहा से तेरा मन चाहे वहा से मेरी ज़िन्दगी को पढ़ ले तू,
पन्ना चाहे कोई भी हो, हर पन्ने पे तेरा ही नाम होगा.

किस जगह रख दु तेरी याद के चिराग को
की रोशन भी रहूँ और हथेली भी न जले !

इश्क़ का तो पता नही लेकिन जो तुम से हुआ वो किसी से नहीं….!!

हर सकून की अहमियत छोटी पड़ जाती हैं जब माँ सुबहा की चाय बनाती हैं..!!

कोई जंजीर नहीं फिर भी “कैद” हूँ तुझ में ,
नहीं मालुम था की तुझे ऐसा हुनर भी आता है !!

कुछ इस तरह भी याद करते हैं…लोग हमें
चल यार चाय ☕️पी कर आते हैं….!!

तुम्हें देखता है कोई अधूरे ख्वाबों में अक्सर,
अनजान सफ़र के मुसाफ़िर इत्तेफाक नहीं होते..!!❤️❤️

दूरियां कितनी भी क्यूं न हो तुमसे
एक डोर अहसास की करीब रखती है
तुमको मुझसे……..!!

लोग हमसे सुकून भरी ज़िंदगी का मशवरा मांग रहे ,
अब हर किसी को तुम्हारा पता कैसे बतायें…

कोई भी तो नही जो मेरे भूखे रहने पर नाराज़ हो…
जेल में तेरी तस्वीर होती तो हँस कर सज़ा काटते…!!

मैं तुम्हारी ‘दुविधाओं’ में हूँ …….
और…..तुम …..मेरे ‘यकीन’ में हो !

मुझे हुक्म हुआ कुछ औऱ माँग उसके सिवा मैं दुआ से उठ गया … मुझे आरज़ू उसी की थी ।।

बहुत कुछ देख लिया मैंने ज़िन्दगी में…
ज़िन्दगी मगर सिर्फ तुझमे दिखी…!!!

झलक जाने दो पैमाने, महखाने भी क्या याद रखेंगे, आई थीं कोई दीवानी अपनी मोहब्बत को भूलाने…!! Hindi Shayari

अब तक बैठी हु हाथ मे चाय की प्याली
ले कर… उनके इंतज़ार में जो कह गए थे मिलते है चाय पर…!! ☕️☕️

ये रूठना मनाना अदाए है मोहब्बत की..!
चटपटा न हो तो खाने में मजा ही क्या है..!

खुद को किसी की अमानत समझकर
हर वक़्त वफादार रहना भी इश्क हैं ❤️

गज़ब की बदली हुई है वो.. मेरे इश्क के बाद,
नाम भी कोई ले मेरा तो दुपट्टा ओढ़ लेती है…☺️💕

निगाहें मुंतज़िर हैं किस की दिल को जुस्तुजू क्या है
मुझे ख़ुद भी नहीं मालूम मेरी आरज़ू क्या है ।

फ़ितूर होता है हर उम्र का अपना अपना साहब
पहले खिलौना,
फ़िर इश्क़, औऱ
फिर पैसा
फ़िर ख़ुदा…!!

उसकी मोहब्बत तो मुकद्दर है मिले न मिले..
तसल्ली तो मिल ही जाती है उसकी यादो से इस दिल को…..!!

ये जिस्म से उभर कर मेरी मोहब्बत रुहानी हो गई, तेरे इश्क़ में यारा मैं बिन फेरो के सुहागन हो गई…….

चाय सिर्फ़ चाय होती हैं
ये दवा है……
दर्द की…
दुख की …..
मोहब्बत की………

महंगी शराब दुनिया के हर कोने में मिल जाती,
बस माँ तेरे हाथों की चाय का स्वाद कहीं न मिला….!!

एक तेरे साथ दुनिया से बगावत कर बैठी, औऱ एक तेरे साथ के बिना खुद से भी हार गई हूं….!!

इश्क़ में अब मैं उस मुक़ाम पर पूछ गई हो…
जहा नज़रे किसी ओर को देखे तो गुनाह लगता है….

तुम्हारा हर अनकहा सुना मैंने
मेरा हर कहा
अनसुना करते गए तूम…..

गर कहूं मैं की इश्क है मुझे,
तुम दौड़ के गले से
लगा लोगे क्या ?

हमारे शब्दो से बहकने की शिकायत ना करे…. इनमे शब्दो मे नशा तुम्हारे इश्क़ का ही है…..!!

पहली मोहब्बत अक्सर एक बात सिखा कर जाती है,
दूसरी जब भी करना एक हद में रहकर करना ।

जो लमहे तक़दीर में लिखे नही होते…!!!
उन की आरज़ू को ही इश्क़ कहते हैं…!!!

उम्र भर भटकना भी बेहतर है ,
ग़लत जगह बंध जाने से …. Hindi Shayari

दूध भी वही,
शक्कर भी वही,
मिठास भी वही,
बस फ़र्क इतना,
वो कॉफी के चाहनेवाले
और हम चाय के दीवाने…..☕️☕️

तुम्हे कोई और देखे हमसे ये देखा नही जाता….

हम चाय पीकर कुल्हड़ नहीं तोड़ पाते,
दिल तो खैर , बहुत दूर की बात हैं ….

तेरे इश्क़ ने मेरे इश्क़ की तस्वीर बदल दी, तू इतनी बदली तेरे रांझे ने हीर बदल ली…

सब्र तहजीब है मुहब्बत की साहब और तुम समझते हो बेज़ुबाँ है हम!

लहजा, फिक्र ओ जुनून जता देगा मालिकाना हक़,,
फकत… दस्तख़त से ….कौन किसका होता है…!!

मेरी दुआओं का मुकम्मल होना
और,,, Hindi Shayari
तेरा मुस्कुराना एक ही बात है.

मोहब्बत सिर्फ शुरू होती है
खत्म कभी नहीं होती……

सिलसिला अब भी बही जारी है,
तेरी यादे मेरी नींदों पर भारी है…

चाय के नशे में मैं चूर होती जा रही हूँ..
मैं तुझे लिखते-लिखते मशहूर होती जा रही हूँ…☕️

मैं खुद को नही समझती तुम को क्या समझूगी… तूम कहते हो कि समझे हो मुझे…तो बताओ जनाब कैसी हु मैं….

होने तो दो ज़रा उनको भी तन्हा….
!!!फ़िर देखना,,,,
याद हम भी उन्हें बेहिसाब आएंगे..

इश्क़ से मैने कल क्या खूब बदला लिया…
कागज़ पर लिखा उसे और इश्क़ ज़ला दिया..!!

वज़ह की तलाश ना तब थी, ना अब है,
बेवज़ह तुझे याद करना, आदत है मेरी..!!

क्या खूब कहते थे वो हमसे कि फुर्सत नही मिलती…
इन दिनों उनका ये झूट भी पकड़ा गया….

दुनिया के लिए नही खुद के लिए जिया करो…
अकेले ही चाय बनाकर कर पियो….

मुद्दते बीत गई तेरी याद ना आई हमे,
पर साहब तुझे भूल गए हो हम ऐसा भी नही ….

कभी शंख ,थाली ,तो कभी दीये जलवा दिए ,धन्य हैं हमारे भारत देश का प्रधानमंत्री (मोदी) जिसने दर्द में भी दीवाली मनवा दी….
जय हिंद 🇮🇳

तुम किताब-ए-जिंदगी का
एक पन्ना खाली रखना
कभी जो याद आऊँ मैं तो
मेरा नाम लिख देना।

कभी अल्हड़ नदी सी ।।
कभी महकती कली सी लगती हो
आज कल कुछ खोई खोई कुछ बेचैन सी लगती हो
अपने मन मे उठते उनमुक़त ख़यालो को सम्हालो
विरह की पीड़ा से ग्रस्त तुम मीरा सी लगती हो ।।

मेरी रूह से लिपटे रहते है, तेरी यादों के अहसास।।
अब कैसे बताऊँ दुनियाँ को,
तू दूर है या पास…. Hindi Shayari

उन्हें ये ज़िद थी कि हम बुलाते…❤️❤️
हमें ये उम्मीद कि वो पुकारें…🤗😍

खुदा सलामत रखे दोनो घर…
मैं उनके वो मेरे दिल मे रहते है…

‘वो’ रख ले कहीं “अपने” पास हमें ‘कैद’ करके…
काश कि “हमसे” कोई ऐसा ‘गुनाह’ हो जाये!

मेरी मोहब्बत की न सही,
मेरे सलीके की तो दाद दे,
तेरा जिक्र रोज करता हूँ,
तेरा नाम लिए बगैर…!!!

मोहल्ले की मोहब्बत का भी अजीब फसाना है, चार घर की दूरी औऱ, बीच मे सारा जमाना है…..

लाख मिठास सही तेरे लहजे में,
पर तेरा औरों से बात करना मुझे जहर लगता है।।

ज़रा सी देर को तुम अपनी आँखें दे दो मुझे
ये देखना है कि मैं तुम को कैसा लगता हूँ ….

तुम मेरे साथ हो ये सच तो नहीं है लेकिन..
मैं अगर झूट न बोलूँ तो अकेला हो जाऊँ…

आहिस्ता आहिस्ता ऊर्दू से भीग रही हूँ मै,
जॉन से इश्क़,जिगर से उर्दू,मीर से शायरी सीख रही हूँ मै….

दिल की गलियों से तेरी याद निकलती ही नहीं
सोहनी फिर इसी पंजाब में आ जाती है…

किसीकी कमी जब महसूस
होने लगे तो समझो…😌,
जिंदगी में उसकी मौजूदगी
बहुत गहरी हो चुकी है !

ऐ-वादे-शवा…….
उससे कहना मेरी सज़ा में कुछ कमी कर दे…
आदि हू मुरजिम नहीं हु….
गलती से इश्क़ हुआ…..

यादे अब तक हमारी,दिल मुरा मुबारक हो…
उससे कोई मिले तो कह देना हमारी तरफ से सालगिरह मुबारक हो…..

कुछ
इस तरह से
जुड़ गये तुमसे
मेरे दिल के धागे…
तुम वहाँ मैं यहाँ
दोनों ही आधे आधे…!

वो जहा प्यार कम इज्ज़त ज्यादा हो.. बैसा इश्क़ चाइये मुझे तुम्हे से…..

एक जरा सी बात कहने में हम दोनों कितनी तकलिफें उठा रहे,
तुम आंखों में छुपा रहे और हम होंठों में दबा रहे…

यूँ ही नहीं होता किसी का इंतजार..
इसके पीछे छिपा होता है..बेपनाह प्यार..!

सुकून मिलता है दिल का करार होता है,जब मेरे सामने मेरा यार होता है….

हमारा साथ रहना ज़ुरूरी नही है बस तेरा खुस रहना ज़ुरूरी है…

छू कर यू बहक जाने को नही…
उतर कर रुह में महक जाने को इश्क़ कहते हैं…..

एक और सिमटती साँझ
कुछ गुजरे लम्हे Hindi Shayari
और सिलसिले तेरी यादों के।

“रुक जाती है नजर एक हद के बाद,
दिल करता है जहाँ तुम हो बस वहाँ तक देखूँ ” !!

हम हुए क्या ज़रा ख़फ़ा तुम से….
जिसको देखो तुम्हारा हो गया हैं…..!!

इतना भी कमजोर मत हो जाना इश्क़ में की गिरो तो उठने के लिए इश्क़ की ज़ुर्रत पड़े😞😞

बदला बदला सा है मिजाज ,जाने क्या बात हो गई….
शिकायत हमसे है या मुलाकात किसी और से हो गई….

महसूस हो जाये जो बहुत अंदर तक,
वो मौहब्बत फिर जाते जाते भी नहीं जाती….

जिसे आना है आ और शादी के मंडप तक साथ ले चल….
मोहब्बत की दहलीज अब पार कर चुके है हम….

एक मेहबूब लापरवाह सा एक मोहब्बत बेपनाह सी…
दोनो काफी है मेरा सुकून बर्बाद करने के लिए……..

तसल्ली से पढा होता तो समझ मे आ जाते हम!
कुछ पन्ने बिना पढे ही पलट दिये तुमने!

कुछ लिखी शायरी ऐसी तेरी खूबसूरती पे…
जिसने तुझे देखा भी नहीं उसे भी तेरे नाम से इश्क़ हो गया….

खता तो तब होगी जब हाल-ए दिल-किसी से कहें.,
किसी को….. चाहतें रहना….कोई खता तो नहीं…..!!!

यूँ तो मसले और मुद्दे बहुत हैं लिखने को मगर..!!
कमबख्त़ इन कागज़ों को तेरा ही ज़िक्र अज़ीज़ है….!!!!

अजी..!!! अदावतें नई नई बढ़ाये कौन???
आप ही बर्बाद कर दे किसी और को बुलाये कौन..???

लो …. सारे बंधन खोल दिये हमने..
हाथों की लकीरों में होगे तो खुद ही चले आओगे !!

शुक्र गुजार हु आपकी जो हर दिन, मेरी शायरी को पढ़ते है, गुजारिश सिर्फ इतनी है साहब, किसी दिन मुझको पढ़ियेगा…..

सब कुछ आसान हो सकता है ऐसा लगता है,कुछ लोगो से मिल कर कितना अच्छा लगता है….

मरने पर रोने बाले तो लाखों है मेरे…..
तलाश तो उसकी है जो मेरे रोने पर मर जाए……

इश्क़ तो बातो से ही हुआ करता है आज भी ज़नाब,
शक्ल देख कर तो सिर्फ़ शादियां की जाती है…

मैं हु तुम हो एक दुनिया है
तौबा है….
सारा आलम देख रहा है
तौबा है….
सबसे बच के तुमने एक नज़र जो देखा
और यहा जो दिल धड़का है
तौबा है…..

तेरे बिछरण्ड की एक तड़पन है,जीवन मे कोई सुखी नही,तू मिल जाएं तो सब कुछ है ,जो तू ही नही तो कुछभी नही…

एक लहर तेरे ख़्यालों की,
मेरे वजूद को भिगो जाती हैं,
एक बूंद तेरी याद की,
मुझे इश़्क के दरिया में डुबो जाती हैं l

सुनो …
तुम्हारा ही हक है मुझ पर तुम्हारा ही रहेगा,..
मेरी मोहब्बत ईद नही जो हर किसी के गले लग जाये …..

कनीज़ हो कोई या सहजादी हो कोई,
जो इश्क़ करता है वो कब खानदान देखता है….

हमेशा सबकी फ़रमाइशे पूरी करना आसान थोडी है……ज़िदंगी है साहब कोई चाय की दुकान थोड़ी है….

किसी की यादों में जग लेती हूं,
तेरी गोद समझ कर तकिया पर सर रख सो लेती हूं….
और तू भी तो मेरे बगैर जी रहा है ना,
मै भी ये सोच कर हर रोज़ जी लेती हूं….

तेरी गली का सफर आज भी याद है मुझे…..
वैज्ञानिक नही थीं मैं,पर मेरी खोज लाजबाब थी…

आज फिर गली में तमाशा हुआ…
मैं उसे, वो मुझे,और लोग हम दोनों को देख रहे थे….

मैने दिल से मेरी खुशिया ढूढ़ लाने को कहा ,तेरे दिखने के बाद नज़रो ने तलाश खत्म कर दी…बेदार हैं आँखें दीदार-ए-यार की आरज़ू में, आख़िरी ख़्वाहिश मेरी कोई बता दे उनको।

द में आकर उनसे ताल्लुक तोड़ लिया हमने,
अब सुकून उनको नहीं और बेकरार हम भी हैं।

जो कभी भी ना भर पाए ऐसा भी एक घाव हैं जी हां ज़नाब उसका नाम लगाव है…

इतने ज़ालिम न बनो कुछ तो मुरव्वत सीखो..,,
मरते है तुम पर तो क्या मार ही डालोगे..!!

हम तन्हाई में भी तुझसे बिछड़ जाने से डरते हैं,
तुझे पाना अभी बाकि है और खोने से डरते हैं..

शायद मेरी …..सारी डिग्रीयां…. फ़र्ज़ी थी,
वरना तेरे चेहरे पे… लिखे फ़रेब को पढ़ लिया होता…!!

कभी ठहरते ही नहीं जीवन के दिन-रात,
पर ठहरा है वो एक पल जिसमें तुम थे साथ..!!❤️🥰

ये हकीकत बहुत पुरानी है…….
मोहब्बत दिल की राजधानी है………

कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता, गंभीर है किस्सा अब सुनाया नहीं जाता….

कोई ऐसा शख्स भी दे मौला जो मुझे खोने से डरता हो….जो मेरी आख़री साँस तक वफ़ा निभाए मुझसे……..

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